उपमा एक विशुद्ध भारतीय रेसिपी है, जो पुराने समय से ही महाराष्ट्र सहित पूरे दक्षिण भारत में बनाईं जाती रही है।
महाराष्ट्र के "पोहा" की ही तरह अब यह कुछ परिवर्तनों के साथ लगभग पूरे भारत में बनाया जाने लगा है। इसे अधिकतर सूजी व दक्षिण भारत में कभी कभी चावल का रवा (दानेदार मोटे पाउडर) से भी बनाया जाता है।
हमारे घर मे सप्ताह में एक या दो बार नाश्ते में इसे लगभग अनिवार्य तौर पर बनाने की परंपरा है। हम इसे अधिकतर सूजी व कभी कभी बारीक गेंहू के दलिए का उपयोग करके भी बनाते हैं।
यहां मैं सामान्य सूजी के उपमा की रेसिपी सांझा कर रहा हूं।
आवश्यक सामग्री :—
सूजी - 1 कप पूरा भर कर (लगभग 180 ग्राम)
रिफाइंड तेल - 2 टेबल स्पून
धुली उड़द दाल - 1 टेबल स्पून
धनिया पाउडर - 1 टी स्पून
राई के दाने - 1 टी स्पून
पाउडर हींग - एक चुटकी
प्याज़ मीडियम - 1
हरी मिर्च - 1 (बारीक कटी हुई)
हरी मटर के दाने - 2 टेबल स्पून
गाजर - छोटे टुकड़ों में कटी हुई 2 टेबल स्पून
कड़ी पत्ते - 8-10
नमक - 1/2 टी स्पून या स्वादानुसार
शक्कर -1/4 टी स्पून
विधी :—
प्याज़ को बारीक काट लें। हरी मिर्च के 6–7 टुकडे कर लें।
एक कड़ाही में 1टी स्पून तेल लें, कड़ाही को मीडियम आंच पर रखें, उसमें पहले उड़द दाल डालें व हल्की ब्राउन होने तक भूनें, फिर उसी मे सूजी डाल कर लगातार चलाते हुए हल्का ब्राउन होने तक भून लें। इसे कड़ाही से निकाल कर अलग रखें।
अब उसी कड़ाही में शेष तेल डालें व मीडियम गर्म आंच पर रखें। तेल गर्म होने पर पहले राई डालें, तड़कने पर हरी मिर्च व कभी पत्ते डालें, हल्की भुन जाने पर प्याज़, गाजर व मटर डालें व 2-3 मिनट भूनें।
अब उसमें धनिया पाउडर व हींग पाउडर डालें, भूनें।
अब उसमें भुनी सूजी डालें व चलाएं। अब उसमें नमक व चीनी डालें, मिलाएं। अब इसमें थोड़ा थोडा करके पानी डालते जाऐं व चलाते जाऐं।
ध्यान रहे, सूजी अपने आयतन का लगभग ढाई से तीन गुना (2.5 से 3 कप) पानी आसानी से सोख लेती है।
अब कड़ाही को धीमी आंच पर रखें व 5-6 मिनट के लिए ढक दें, ताकि सूजी में अगर कुछ कच्चापन हो तो वह भाप से पक जाए।
अगर उपमा अधिक सूखा प्रतीत हो तो ज़रा सा पानी डालें, मिलाएं व 2 मिनट और ढक कर रखें। अगर अधिक गीला लगे तो 2 मिनट और ढक कर रखें।
उपमा तैयार है, गरमा- गर्म सर्व करें।
नोट :—
सूजी में हमेशा पानी थोड़ा थोडा करके डालें।
दक्षिण भारत में कहीं कहीं उड़द के स्थान पर चने की दाल भून कर डालने का भी चलन है।
अगर आप प्याज़ न खाते हैं, तो न डालें।
उपमा की मूल रेसिपी में मूंगफली दाने, टमाटर, लहसुन, हरा धनिया इत्यादि नहीं पडते, बाकी आप अपनी मर्जी से उसमें कुछ भी डालने के लिए स्वतंत्र हैं।
उपमा में मसालों के अलावा कौनसे अन्य सामग्री डाली जा सकती हैं?
उपमा में अन्य सामग्री जैसे सूजी, प्याज, टमाटर, नारियल, लहसुन, अदरक आदि भी डाली जा सकती हैं। इन सामग्रियों को मसालों के साथ साथ उपयोग करके विभिन्न उपमा विकल्प बनाए जा सकते हैं। अधिकतर लोग सादा उपमा को पसंद करते हैं जिसमें सूजी, पानी, नमक और तेल का उपयोग किया जाता है।
अलग-अलग रूपों में उपमा बनाने के लिए कौनसे मसाले उपयुक्त होते हैं?
उपमा को अलग-अलग रूपों में बनाने के लिए अलग-अलग मसाले उपयुक्त होते हैं। जैसे यदि आप मसाला उपमा बनाना चाहते हैं तो लाल मिर्च पाउडर, जीरा पाउडर, हल्दी और धनिया पाउडर उपयोग किए जाते हैं। जबकि सादा उपमा में नमक, लाल मिर्च पाउडर और हल्दी का उपयोग किया जाता है।
क्या उपमा में आलू डाला जा सकता है?
हाँ, आप उपमा में आलू डाल सकते हैं। आलू को छोटे टुकड़ों में काटकर उपमा के साथ मिलाकर पकाया जा सकता है। इससे आपको एक अलग तरह का स्वाद मिलता है। आप उपमा में अन्य सब्जियों भी डाल सकते हैं जैसे कि मटर, गाजर, फूलगोभी आदि।
उपमा में नारियल, लहसुन और अदरक का उपयोग करने से उसका विशेषता क्या होती है?
उपमा में नारियल, लहसुन और अदरक का उपयोग करने से उसकी स्वादिष्टता में वृद्धि होती है। नारियल का उपयोग करने से उपमा का स्वाद मीठा हो जाता है और इससे उपमा को एक खास अंदाज आता है। लहसुन और अदरक का उपयोग करने से उपमा का स्वाद तीखा हो जाता है जो उसे बेहतर बनाता है। इन सब्जियों में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो उपमा को स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं।
No comments:
Post a Comment